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वो किराए का घर और फ़्लैट
हिना कॉल किराए का घर छोड़कर अपने इस नए फ़्लैट में आए मुझे इक्कीस साल गुज़र चुके हैं। ये साल व्याकुल, परित्यक्त और वीरान से गुज़रते…

आदमी होने से बेहतर होता है एक पेड़ होना
नरेन सहाय 1 आदमी होने से बेहतर होता है एक पेड़ होना (1) उस दिन जामुन के नीचे प्रेमरोपा था हमने जैसे किसान रोपता है…

अनुकृति उपाध्याय
ये एक बीहड़ दौर है। बाहर-भीतर के भय हमें संत्रस्त कर रहे हैं, अनिश्चितता का घुन वर्तमान और भविष्यत की लकड़ी में घर कर गया…